हिन्दू निश्चित तौर पर उदार व सहनशील नहीं है।
हिन्दू से ज्यादा संकीर्ण व्यक्ति दुनिया में कहीं नहीं है।
- जवाहर लाल नेहरू
मुखपृष्ठ , हिन्दूइज्मः धर्म या कलंक
यह अंश एल. आर. बाली,संपादक-भीम पत्रिका, की पुस्तक ‘हिन्दूइज़्म : धर्म या कलंक‘ से साभार उद्धृत है। मिलने का पता : ईएस-393 ए, आबादपुरा, जालंधर 144003
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अबे ये क्या तफरी है
ReplyDeleteअबे ये क्या तफरी है
ReplyDeleteअबे ये क्या तफरी है
ReplyDeleteअबे ये क्या तफरी है
ReplyDeleteनेहरु जी कभी इतनी घटिया बात नहीं कर सकते, यार क्यों इतना उल्टा-सीदा लिखते हो? क्या दुश्मनी है तुम्हारी? नफरत फैलाना अच्छी बात नहीं है.
ReplyDeleteअबे तफरीहबाज लगता है तेरी समझ मे कुछ नही आया
ReplyDeleteAnonymous said...to tu bata
ReplyDeleteAnonymous said...to tu bata
ReplyDeletesachchi bat he vishvas n hoto aao dekho mera blog
ReplyDeletesachchi bat he vishvas n ho to mera blod dekh sakte ho
ReplyDeleteकुछ समझ में नहीं आया।
ReplyDelete--------
व्यायाम और सेक्स का आपसी सम्बंध?
अब प्रिंटर मानव अंगों का भी निर्माण करेगा।
I want 10books sir
ReplyDeleteCall me 9413994288